तुम्हारी नजर क्यूं खफ़ा हो गयी?
खता बक्ष दो, गर खता हो गयी!
हमारा इरादा तो कुछ भी न था,
तुम्हारी खता खुद सजा हो गयी!
बरोबर ना?
स्वाती