मूळ गजल आहे...
प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता है,
नये परिंदों को उड़ने में वक़्त तो लगता है...
जिस्म की बात नही थी उन् के दिल तक जाना था,
लम्बी दूरी तेह करने में, वक़्त तो लगता है..
गाँठ अगर लग जाये तो फिर, रिश्ते हों या दूरी,
लाख करे कोशिश खुलने में, वक़्त तो लगता है..
हमने इलाज़- ए- ज़खामैं दिल का, ढून्ढ लिया लेकिन,
गहरे ज़ख्मो को भरने में, वक़्त तो लगता है.
गायक- जगजीत सिंग
शायर- हस्ती(टोपणनाव)
गजलसंग्रह- फेस टू फेस ( हा फेस इंग्रजीतला आहे.. मराठीतला नव्हे. )