"देखा ना, हाय रे सोचा ना, हाय रे रख दी निशाने पे जान
कदमों पे तेरे निकले मेरा दम, है बस यही अरमान
मर जायेंगे, मिट जायेंगे, काम कोई कर जायेंगे
मरकेभी चैन ना मिले तो जायेंगे यारों कहां ?
कातिल है कौन कहा नही जाय, चुपभी तो रहा नही जाय
बुलबुल है कौन, कौन सैयाद, कुछ तो कहो मेरी जान
घरसे चले खाके कसम, छोडेंगे पिछा ना हम
सर पे कफन बांधे हुए आया दिवाना यहां "