विनायक, प्रयत्न केला आहे. मजा आली. धन्यवाद.
जाना तुम्हारे प्यार में शैतान बन गया हूं ( ससुराल )
क्या क्या बनना चाहा था बेईमान बन गया हूं
२. आज मौसम की मस्ती में गाये पवन
एक चमेली के मंडवे तले ( छा छा छा -दुवा क्र. १
३. दुखियारे नैना ढूंढे पिया को
४. आज की रात बडी शोख बडी चंचल है
हमने देखी है उन आँखों की महकती खुश्बू ( खामोशी )
हाथ से छूंके इसे रिश्तो कां इल्जाम न दो
न ये चांद होगा न तारे रहेंगे ( शर्त )
तेरे हुस्न की क्या तारीफ करू ( लीडर )
दे दी हमे आजादी बिना खड्ग बीना ढाल (जागृती )