" ये जमीं गा रही है ।आसमां गा राहा है ।साथ मेरे ये सारा ।जहां गा राहा है । "
"तेरी कसम-अमित कुमार-कुमार गौरव" (चू भू दे घे)
........................कृष्णकुमार द. जोशी