'अब दुनिया की कोई भी ताकत हमे जुदा नहीं कर सकती'
मैं तुम्हारे सामने एक बाप की हैसियत से नहिं बल्की पुलिस इन्स्पेक्टर की हैसियत से खडा हूं
(शिरीष कणेकरांचा विनोद - मैं तुम्हारे सामने लुंगी पहनकर नही बल्की चड्डी पहनके खडा हूं - अरे काय फरक पडतो तूच ना तो?)