लगा लगा गागा - लगा लगा लगालगा
गालगा लगा लगा लगा लगा ।ध्रु।
गागागा गागागा - गालगाल गालगा
गालगा लगा लगा लगा लगा


येथे दुसरी ओळ सांगत आहे.

लगा लगा गागा - लगा लगा लगालगा
गालगा लगा लगा लगा लगा ।ध्रु।
प्रीतीचा मुकुट शोभतो तुझ्याच रे शिरी
गालगा लगा लगा लगा लगा


आता जरा सोपे झाले का बघा

प्रशासक, कृपया वर हे बदल करावे. आधीच आभार.