नूरे खुदा या गाण्याबद्दल काय म्हटले गेले आहे ते वाचावे.
"इसी तरह समय-समय पर ईद पर आधारित गीत फिल्मों में पेश किए गए। इन गीतों में 'जिसे तू ना मिला उसे कुछ ना मिला...' [रिफ्यूजी], 'ईद का दिन है...' [दीदारे यार], 'नूरे खुदा...' [माई नेम इज खान] और 'अल्लाह के बंदे हंस दे...' [वैसा भी होता है] प्रमुख हैं।

'कैसी खुशी लेकर आया चांद ईद का...', 'मुझे मिल गया बहाना तेरी दीद का...' जैसे गीत सत्तर-अस्सी के दशक तक सुनाई पड़ते थे। मगर ऐसे गीत अब गीतकारों की कलम से नहीं निकल पा रहे हैं।