ऐसे न मुझे तुम देखो सीने से लगा लुंगा
तुम को मैं चुरा लुंगा तुम से , दिल में बसा लुंगा

तेरे दिल से ऐ दिलबर मेरा दिल ये कहता है
प्यार के दुश्मन लोग, मुझे डर लगता रहता है
थाम लो तुम मेरी बाहों में , तुम्हें सँभालूंगा
तुम को मैं चुरा लुंगा तुम से, दिल में बसा लुंगा

धीमी  धीमी आग से शोला भडकाया है
दूर से तुम ने इस दिल को कितना तडपाया है
मैं अब इस दिल के सारे अरमाँ निकालूंगा
तुम को मैं चुरा लुंगा तुम से, दिल में बसा लुंगा

प्यार के दामन में चून कर हम फूल भर लेंगे
रास्ते के सारे काँटे दूर कर देंगे
जान-ए-मन तुम को अपनी मैं जान बना दूंगा
तुम को मैं चुरा लुंगा तुम से, दिल में बसा लुंगा.....