शोला जो भडके, दिल मेरा धडके
दर्द जवानी का सताये बढ-बढ के

महकी हवायें, बहके कदम मेरे
ऐसे में थाम लो आ के बलम मेरे
पत्ता जो खडके तो बिजली से कडके
दर्द जवानी का.....

प्यार को मेरे किस ने पुकारा
दिल में उतर गया किस का इशारा
याद ये किस की लायी पकड के
दर्द जवानी का.....

देखा जो तुम को दर्द हुआ कम
अब तो न होंगे तुम से जुदा हम
जी ना सकेंगे तुम से बिछड के
दर्द जवानी का......