करा की खरे प्रे म माती वरी या, सखीसा थ होती (ल) हेही खरे ना?
ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा
भुई मा त्र स (त्य) तिची ले क मिथ्या, असे का म्हणावे वगैरे वगैरे
ल गा गा ल गा ल ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा
भुई फ क्त स (त्य) तिची ले क मिथ्या असे का म्हणावे वगैरे वगैरे
ल गा गा ल गा ल ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा ल गा गा
पहिल्या ओळीत एक ल कमी पडतो.
दुसऱ्या ओळीत ल ऐवजी गा हवे. :)