हम ने अपना सब कुछ खोया प्यार तेरा पाने को
छोड दिया क्यूं प्यार ने तेरे दर-दर भटकाने को
वो आँसू जो बह नहीं पाये, वो बातें जो कह नहीं पायें
दिल में छुपाये फिरते है अब घूंट कर मर जाने को
उस की रहे तू जिस की हो ली, तुझ को मुबारक प्यार की डोली
बैठ गये हम गम की चिता पर, जिंदा जल जाने को