प्रिय मनोगती विश्व,
आपण तयार केलेले आरती ऍप खरंच छान आहे. आपला हा उपक्रमही छान आहे आणि पुस्तकाला पर्याय ठरेल असा आहे.
मी माझ्या फोनवर डाऊनलोडही करून घेतले. मला दिसलेल्या काही चुका खालीलप्रमाणेः
शंकराची आरतीः
"ओवाळून" च्या ऐवजी "ओवाळू" असे हवे
गणेश आरतीः
मंगलमुर्ती--------------मंगलमूर्ती
वंघना------------------बंधना
मन कामना------------मनकामना
मुक्ता फळाची---------मुक्ताफळाची
दुर्गेची आरतीः
दुर्गट----------दुर्घट
महिषासूर---महिषासुर
वदनी-------वदने
विठूची आरती
रुक्माई----------रखुमाई
उध्धरी-----------उद्धरी
सुस्वर-----------सुरवर
ओवळिती-------ओवाळिती
दत्ताची आरती
न कळे--------कळेल
कैचा हेत------कैचा हा हेत
गणपतीस्तोत्र
तथाषष्टम---------तथाष्टमम
द्वादशेतानि-----------द्वादशैतानी
त्रिसंध्यं-------------त्रिसंध्यः
सर्वसिद्धीकर प्रभो--------सर्वसिद्धीकरं प्रभो
घालीन लोटांगण
आलिंगन----------आलिंगीन
बंधुश्र्च-------------बंधुश्च