अध्यात्म का अर्थ है- "अपने भीतर के चेतन तत्व को जानना, मनना और दर्शन करना" अर्थात् अपने आप के बारे में जानना या आत्मप्रज्ञ होना। 'गीता' के आठवें अध्याय में अपने स्वरूप अर्थात् जीवात्मा को अध्यात्म कहा गया है । दुवा क्र. १