कविता |
सांज |
कुमार जावडेकर |
२ महिने ७ तासांपूर्वी |
कविता |
सारखी |
जयन्ता५२ |
३ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
प्रतिभा |
कुमार जावडेकर |
३ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आत्मनिर्भर |
कुमार जावडेकर |
३ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
वणवे |
कुमार जावडेकर |
३ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पूर्तता |
कुमार जावडेकर |
३ वर्षे १२ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सजले अंतर |
कुमार जावडेकर |
५ वर्षे १ महिन्यापूर्वी |
कविता |
भाषा |
कुमार जावडेकर |
५ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
भेटुनी... |
अजब |
५ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मन यॉडलं यॉडलं! (यॉडलिंगवर गझल) |
कुमार जावडेकर |
५ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
लव्ह ट्रँगल |
गौरव आरगकर |
५ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पिंपळपान |
कहर |
५ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कुणाला भीत नाही मी कुणाचे खात नाही मी |
स्नेहदर्शन |
६ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
नियम |
कुमार जावडेकर |
६ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
गुंतला नाही कधीही जीव कोणातच |
स्नेहदर्शन |
६ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तरी उरणार आहे शेवटी |
स्नेहदर्शन |
६ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
राजकारण |
स्नेहदर्शन |
६ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
दुर डोंगर |
रत्नाकर अनिल |
६ वर्षे १२ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
म्हणोनी |
रत्नाकर अनिल |
७ वर्षे ४ दिवसांपूर्वी |
कविता |
अंतर |
रत्नाकर अनिल |
७ वर्षे ३ आठवड्यांपूर्वी |
कविता |
सोज्वळ मदिरा |
गंगाधर मुटे |
७ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
माझे तुझे पटले किती |
स्नेहदर्शन |
७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तीच का माझी खरी |
स्नेहदर्शन |
७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
जरी हे तेवढ्या पुरतेच बोलू |
स्नेहदर्शन |
७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
खट्याळ रसातली आध्यात्मिक गझल |
गंगाधर मुटे |
७ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |