कविता |
कवटाळलेस कारे ? |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
झापिले |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
उगा स्फुंदण्याने तिच्या विरघळावे |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मन जाहले...२ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
चांदणे...२ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
बहाणा...२ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मुडदेफरास |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आताशा मी फक्त बकाणे चिवड्याचे भरतो |
भोमेकाका |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कोणी - २ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
किक मी कधीचा मारत बसलो आहे. |
सुहास पुजारी |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कशाला...? |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
खड्डा... |
योगेश |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
भेट नजरांची...२ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(वाग्वैजयंती - काय करावे?) |
शशांक |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
ज़नाना पाहिला, आलो, खुळ्यागत हिंडणे आले |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तिला मला....-२ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पिंजरा - २ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
शोध घेते नजर का अशी वेंधळी? - २ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कशी आयुष्यभर केली शिळीपाकीच न्याहारी |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
विडंबनातील 'विरामचिन्हे' |
नरेंद्र गोळे |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पाऊस कोसळू दे -२ |
खोडसाळ |
१८ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
फ़रक एव्हढासाच असे |
तरुणरसिक |
१८ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कृतार्थ |
कोंबडी |
१८ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(इशारे) |
शशांक |
१८ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
दुभंगलेला खांदा |
टीकाराम |
१८ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |