कविता |
कळा ज्या लागल्या जीवा, मला कीं ईश्वरा ठाव्या ! |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
प्रिया आज माझी, नसे साथ द्याया |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
प्रेमा स्वरूप आई |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
प्रेमा, काय देउं तुला ? |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तो पुन्हा एकदा आला होता |
अनमिक |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सैनिक हो तुमच्यासाठीं |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सांवळाच रंग तुझा |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तुझी भेट |
चारू |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सासुऱ्यास चालली, लाडकी शकुंतला |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कौसल्येचा राम |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
रामा रघुनंदना |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
नीजरूप दाखवा हो, हरी दर्शनास या हो ॥ |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
नीज माझ्या नंदलाला, नंदलाला रे |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
लळा जिव्हाळा शब्दच खोटे |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तूं नभीचा चंद्रमा... |
अरुण वडुलेकर |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
देव देव्हार्यात नाही, देव नाही देवालयी |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कधी कधी |
कामिनी केंभावी |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कबुली.. |
अरुण वडुलेकर |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
चंद्र निश्वास सोडिल |
नरेंद्र गोळे |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कसं सागू... |
अरुण वडुलेकर |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मी निघालो... |
अरुण वडुलेकर |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आयुष्य |
अजय१०३ |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
भान |
मीनु |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कुठून कसे उमलले तुरे |
संपदा१ |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
फाटलेले सूर होते बासरीचे |
टीकाराम |
१८ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |