आघाडी

विलासी सरकार | कायदा आर. आर. |
बेरजेचा कारभार | तरी म्हणे बरा ||
गरजेपुर्ती जोड | पुन्हा काडीमोड |
नेमेची तडजोड | खेळ हा सारा ||
शत्रू की मित्र | शंका सर्वत्र |
संशयाचे छत्र | सदा डोई धरा ||
नवी नातीगोती | क्षणाक्षणा होती |
बदल हातोहाती | गती पक्षांतरा ||
नव्या घोड्यावर | होऊनिया स्वार |
घेऊनी बंडखोर | जिंकावे घरा ||
दिसे हाती हात | पाय परी पायात |
जिवाभावाची साथ | पाठी घालून सुरा ||
एकमेकांची उणी | मांडुनिया जनी |
एकोप्याची गाणी | गाती सत्वरा ||
येता निवडणुका | घेऊनी आणाभाका |
तोडती लचका | लढती परस्परा ||
भेद मतभेद | खाल्ल्या थाळीत छेद |
रेड्यामुखी वेद | साव उभे प्रचारा ||
रोज नवे दावे | रोज प्रतिदावे |
शिवाय हेवेदावे | फिरती गरगरा ||
कालची वचने | आजची आश्वासने |
उदयाची प्रवचने | सदाचाच फेरा ||
प्रश्न तसे अनेक | गाजती रोज कैक |
सोडुनिया विवेक | गोल करती उत्तरा ||
संकल्पशुन्य अर्थ | गाजवुनी व्यर्थ |
शोधला मुषक सार्थ | पोखरुनी डोंगरा ||
वाऱ्यावरी टोपी | फिरवुनी सोपी |
कुशीवरी झोपी | विसरुनी संसारा ||
हात सारे 'घडी'ला | गुंतले मिळवणुकीला |
पोसू पिढी पिढीला | हाच मंत्र खरा ||
सख्खे सावत्र भाऊ | मांडीला मांडी लावू |
मिळुनिया खाऊ | नाती जपू जरा ||
भाऊबंदकीत खंड | पडू नये अखंड |
सत्तेचे श्रीखंड | राहावे अपुल्या घरा ||
किती असो वाद | नित्य नवा विवाद |
तरी गोड संवाद | पोटापुरता बरा ||
गुंग करते मती | धरसोड ही युती |
अति तेथे माती | सांगा कोणी या नरा ||
अशी ही आघाडी | चार वाहकांची गाडी |
सावळागोंधळ भारी | सांभाळ ईश्वरा ||
कौतुका म्हणे आता | कितीही पाणी ओता |
घडा असे पालथा | वाहून जाई सारा ||