मन होई

समन होई

मन होई पंखरू

मुक्त पंख पसरू

आभाळी भिरभिरू

मेघाशी फेर धरू

मन होई वासरू

पाय न जागी  ठरू

वनी बेभान फिरू

वाऱ्याशी सूर धरू

मन होई कोकरू

दिडकी चाल करू

तोल तरी सावरू

घुंगरू विना ताल धरू

मन होई लेकरू

घरी दारी मोद भरू

विश्वचि नयनी साकारू

जणू बालकृष्ण अवतारू