काज पांडुरंगाचे....
कटेवरी हात | विचाराल मात | पाहतसे वाट | भक्तांची मी ||
कुठे गेला ज्ञाना | नामा तो दिसे ना | टाहो ऐकू ये ना | तुकयाचा ||
आता येथ सारी | गर्दीचीच वारी | नावा वारकरी | उरलासे ||
भक्तीचा जिव्हाळा | नामाचा उमाळा | सकळ लोपला | इये काळी ||
काय उरलेसे | काज ते नेमके | मजलागि निके | कळेचिना ||
परि कोपऱ्यात | दिसे कोणी गात | पूर्ण तो भावात | बुडालेला ||
असोनी आंधळा | भक्तिचा तो मळा | दिसे की फुलला | परिपूर्ण ||
होवोनी तल्लीन | गातसे भजन | पूर्ण एकतान | वांछाहीन ||
तोचि की एकला | दिठीवान भला | येर तो आंधळा | जन वाटे ||
गेला गेला शीण | गेलो विसरुन | पांडुरंगपण | पूर्ण माझे ||
राहे मी निवांत | त्याच्या ह्रदयात | काज सापडत | माझे मला ||