औट सप्ताहात | धरोनिया हात |
वैकुंठास नेई | ज्ञानराज ||
ज्ञानीयांचा
राजा | सद्गुरू होऊनी ||
परब्रह्मा भेटी | नेत असे ||
वैष्णव जनांनो |
लुटू समाधान ||
त्रिताप जळती | पदोपदी ||
धन्य वारी एक | महाकुंभमेळा
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अमृतनामाची | भागीरथी ||
घट-पटा व्यापे | मठाकाशी राहे
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त्रिगुणातीत हा | विठूराय ||
माऊली प्रेमाने | बोट धरी करी
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अमृताची वारी | सार्थ होय ||
-- हेमंत