मराठी राष्ट्रभाषा!

नमस्कार मंडळी,
आज एका पुढे झालेल्या इ-पत्रातून हे मराठी+हिंदी भाषेचे नमुने आले.

१. वो धावते धावते धप्पकन पड्या, तेल भी सांड्या और तूप भी लवंड्या.
२. मै ना, पहिले पाणी मे शिऱ्या, और फिर पोहा और बादमे डुबा.
३. जल्दी करो भैय्या, नही तो मेरी पंचाईत होगी.
४. इसमे लिंबू पिळा क्या?
५. इतना महाग क्यूं देता है? वो कोपरेवाला भैय्या कैसा स्वस्त देता है!
६.  कांदा काटके, चिरके उसका आमलेट मस्त लगता है. और उप्परसे कोथिंबीर डालनेका.
७.  मै बटाटे का भाजी लाई हूं डब्बे मे.
८.  मैने गाडी सावली मे लगाई है.
९.  मेदुवडा सांबारमे बुडवके मत लाना!
१०. एकदम बारीक बारीक केस कापो.
११. मै इतनी देर से बोल रही हूं, लेकीन तुमको कुछ कळ्या क्या?
१२. वो मांजर को अंदर मत लाओ, उसको सवय हो जायेगी.


आप लोगों ने भी कोई नमुने ऐके होंगे तो इधर लिखो.
(तुम्ही पण काही नमुने ऐकले असतील तर इथे लिहा.)