कविता |
रेशमाच्या बाबांनी |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(...एकटी मी !) |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
ती ब्याद लांब गेली |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
...एकटी मी !(ही) |
खोडसाळ |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
हेल्मेट........... सौमित्रच्या गारवा स्टाईलमध्ये |
हरिप्रसाद |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सखि थंड झाला बारक्या |
विनम्र |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
डोळ्यात सांजवेळी... |
विनम्र |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
...कुणी सुजवले अंग ! |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मला तुझ्या बापाची भीती |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
होतोय त्रास मजला |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तोरा-२ |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(भीती) |
माफीचा साक्षीदार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(सोपे नसते) |
चक्रपाणि |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
वणवा २ |
खोडसाळ |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
चहाडीपुराण |
राजगुडे |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पिती अंधारात सारे |
शंकर गोसावी |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
हा खेळ माकडांचा |
मिल्या |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(...हा सुखाचा सोहळा !!) |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आताशा मी ग्लास रिकामे मदिरेचे करतो |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आताशा मी फक्त विडंबन गझलांचे करतो.. |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पार्श्व अमुचे.. |
केशवसुमार |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आताशा मी फ़क्त बकाणे चकण्याचे भरतो |
मिल्या |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आता (मुळीच) (नकोच) नको |
खोडसाळ |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आता ( नकोच ) नको |
राजगुडे |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
...आता नको! |
खोडसाळ |
१७ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |