समस्यापूर्ती(७)

समस्यापूर्ती(७)


ह्यावेळी मंदारमाला हे वृत्त पाहू.

मंदारमाला
लक्षणाची ओळ-

साता 'त'कारीच मंदारमाला, गुरू एक त्याच्याहि अंती वसे


गण - त-त-त-त-त-त-त-गा
(त - ताराप)



ल-ग क्रमः

साता 'त'। कारीच। मंदार। माला,गु। रू एक।त्याच्याहि ।अंती व ।से

गागाल  । गागाल। गागाल। गागाल। गागाल। गागाल। गागाल। गा
   त    ।   त    ।   त    ।   त    ।   त    ।   त    ।   त    । गा




उदा.

शोभे सभोवार मंदारमाला मुदे वाहते मंद मंदाकिनी
वीणा करी मंजु झंकार हाती असे शारदा ही जगन्मोहिनी




समस्या-
-------------------------------------------
------------------------------वाटले का तुला?



मग करताय ना पूर्तता?