शीर्षक | प्रकार | लेखक | अद्यतन | प्रतिसाद |
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अदभुत रम्य कथेचे दालन. | गद्य साहित्य | द्वारकानाथ कलंत्री | ३ | |
मराठीकरण आणि संगणक | गद्य साहित्य | प्रशासक | ५ | |
काही मनातले... | गद्य साहित्य | द्वारकानाथ कलंत्री | २१ | |
मराठीकरण असे असावे. | चर्चेचा प्रस्ताव | प्रशासक | ३४ | |
येथे कुणी यावे? कसे यावे? | गद्य साहित्य | प्रशासक | २० | |
मला येथे लिहिता येईल का? | Basic page | प्रशासक | १० | |
इथल्या लेखांचे वर्गीकरण | Basic page | प्रशासक | ५ |
शीर्षक | प्रतिसादक | लेखन | अद्यतन |
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नास्तिक असण्याचा प्रश्न नाही | संजय क्षीरसागर | सत्यशोधन | |
प्रतिसादास उत्तर | गंगाधरसुत | प्रचलित हिंदी शब्द व रचना आणि त्यांना मराठी उपलब्ध पर्यायी मराठी शब्द व रचना. | |
प्रतिसाद | कृष्णकुमार द. जोशी | मराठी भाषेसंबंधी शासनाचे (युनिकोड) धोरण | |
प्रतिसाद | कृष्णकुमार द. जोशी | प्रचलित हिंदी शब्द व रचना आणि त्यांना मराठी उपलब्ध पर्यायी मराठी शब्द व रचना. | |
जॉइनर / नॉन जॉइनर | ओक | मराठी भाषेसंबंधी शासनाचे (युनिकोड) धोरण | |
नास्तिक | कुमार जावडेकर | सत्यशोधन | |
उद्गार उद्घाटन इ. | प्रशासक | मराठी भाषेसंबंधी शासनाचे (युनिकोड) धोरण | |
आडव्या मांडणीतील पायमोडका 'द' | ओक | मराठी भाषेसंबंधी शासनाचे (युनिकोड) धोरण | |
काही बदल आणि नवी सोय | प्रशासक | मराठी भाषेसंबंधी शासनाचे (युनिकोड) धोरण | |
प्रतिसादास उत्तर | गंगाधरसुत | सत्यशोधन |