आपण एकमेकांशी बोलताना मधूनमधून काही वेळा थांबतो. या थांबण्याला विराम असे म्हणतात. अधिक चांगला अर्थबोध व्हावा याकरता लेखनात असा विराम दर्शवण्याकरता ज्या चिन्हांचा उपयोग करतात त्यांना विरामचिन्हे म्हणतात. थोडक्यात वाक्य कोठे सुरु झाले व कोठे संपले, कुठे थांबायचे याकरता विरामचिन्हे उपयुक्त आहेत.
विरामचिन्हे दोन प्रकारची असतात. एक विराम दर्शवणारी व दुसरी अर्थबोध करणारी.
वाक्यात वापरली जाणारी काही विरामचिन्हे व त्यांची उदाहरणे पुढे दिली आहेत.
क्र. | चिन्ह | चिन्हाचे नाव | चिन्ह केव्हा वापरतात | उदाहरण |
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१. | . | पूर्ण विराम | १. विधान पूर्ण झाले हे दाखवण्यासाठी | तो घरी गेला. |
२. शब्दांचा संक्षेप दाखवण्यासाठी | ता. क.(ताजा कलम) | |||
२. | ; | अर्धविराम | दोन छोटी वाक्ये उभयान्वयी अव्ययाने जोडलेली असताना | ढग खूप गर्जत होते; पण पाऊस पडला नाही. |
3. | , | स्वल्पविराम | १. एका जातीचे अनेक शब्द | आंबा, पेरू, केळी |
२. संबोधन दर्शवताना | विनू, इकडे ये. | |||
४. | : | अपूर्ण विराम | वाक्याच्या शेवटी तपशील द्यायचा असल्यास | ही पाने वाचा: १,५ |
५. | ? | प्रश्नचिन्ह | प्रश्नार्थक वाक्याच्या शेवटी | विनू, कुठे आहेस? |
६. | ! | उद् गार चिन्ह | उत्कट भावना व्यक्त करताना ती दाखवणाऱ्या शब्दाच्या शेवटी | वा! छान लेख आहे. |
७. | " " | अवतरण चिन्हे | १. (दुहेरी) बोलणाऱ्या तोंडचे शब्द दर्शवण्याकरता | ती म्हणाली," जा." |
' ' | २. (एकेरी) शब्दावर जोर, एखाद्याचे मत अप्रत्यक्षपणे सांगताना | मूलध्वनींना 'वर्ण' असे म्हणतात. | ||
८. | - | संयोगचिन्हे | १. दोन शब्द जोडताना | प्रेम-विवाह |
२. ओळीच्या शेवटी शब्द अपुरा राहिल्यास | उद्या तुमच्या- पैकी कोण येणार आहे? |
जेवढी माहिती आठवली तशी दिली आहे. सदस्यांनी त्यात भर घालावी अशी विनंती. कुठे चूक आढळली तर जरूर सांगावी.
भावचिन्हे
(प्रशासकांची पुस्ती)
निरनिराळ्या भावना व्यक्त करण्यासाठी वर दिलेल्या विरामचिन्हांव्यतिरिक्त इतर चिन्हे जालावर वापरली जातात. मनोगतावर देवनागरी टंकलेखन करीत असताना खालील भावचिन्हे वापरता येतात.
खूण | भावचिन्ह |
:-) | ![]() |
:-( | ![]() |
:-O | ![]() |
;-) | ![]() |
:-D | ![]() |
:-d | ![]() |
:-S | ![]() |
:'( | ![]() |
:-# | ![]() |
8-| | ![]() |
:-* | ![]() |
:^) | ![]() |
:-P | ![]() |
:-| | ![]() |
:-$ | ![]() |
:-@ | ![]() |
8o| | ![]() |
^o) | ![]() |
+o( | ![]() |
*-) | ![]() |
8-) | ![]() |
|-) | ![]() |
नेहमीप्रमाणे देवनागरी लिहीत असतेवेळी डाव्या स्तंभात दिलेला कळक्रम वापरून पुढे मोकळी जागा सोडली (स्पेसबार वापरून) की आधी लिहिलेल्या खुणेचे रूपांतर भावचिन्हात आपोआप होते. (काही कळक्रम लिहिताना मध्येच देवनागरी उमटलेले दिसेल; (उदा. ८ किंवा ओ ... हा सध्या एक दोष आहे... सुधारणेसाठी प्रयोग चालू आहेत.) मात्र टंकलेखन चालू असताना पिवळ्या पार्श्वभूमीवर दिसणाऱ्या अक्षरांत तुम्ही टंकित करीत असलेली अक्षरे दिसतील. कळक्रम पुरा करून मोकळी जागा सोडली की भावचिन्ह उमटायला हवे.