कविता |
अवतरणात "त्याचे" नसणे अधोरेखित होत गेले |
कमलेश पाटील |
९ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
काय मी असलो तरी अन काय मी नसलो तरी |
वैवकु |
९ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तिला पाहण्याचा लळा लागला |
मिलिंद फणसे |
९ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सुरू झाली जुनी ती वेदना हृदयात घावाची |
स्नेहदर्शन |
९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
लेखणीने लढाईस सज्ज व्हावे! |
गंगाधर मुटे |
९ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कोण स्वत:चा असतो? सारे गुलाम संबंधांचे |
मिलिंद फणसे |
९ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
भिजून चिंब गारव्यात शोधते कुणास तू.. |
स्नेहदर्शन |
९ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मोजतांना |
जयन्ता५२ |
९ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
माझ्या लक्षातच नाही |
वैवकु |
९ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
रोजचे झाले |
कुमार जावडेकर |
९ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तरही गझल |
स्नेहदर्शन |
९ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मरणे माझे निश्चित होते |
स्नेहदर्शन |
९ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सुखाचा केवढा झाला पसारा |
अजय जोशी |
९ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
अबोल |
कैलास गायकवाड |
९ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
जळणार आहे |
जयन्ता५२ |
९ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
झुकती नजर |
जयन्ता५२ |
९ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मढे मोजण्याला |
गंगाधर मुटे |
९ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
वनवास खास झाला |
स्नेहदर्शन |
९ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मनाप्रमाणे कधी तरी मी जगू नये का? |
मृण्मयी |
९ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
दुःख माझे |
उद्धव कराड |
९ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
एकदा |
हेमंत राजाराम |
९ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
फकीर |
जयन्ता५२ |
९ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
नि:शब्द हो, कविते |
मिलिंद फणसे |
९ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
अस्थी कृषीवलांच्या |
गंगाधर मुटे |
९ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आठवाया लागले विसरून जाणे |
स्नेहदर्शन |
९ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |