कविता |
शब्द माझ्या अंतरीचे आरसे |
अदिती |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
जरासे! |
साती |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पुण्याची पी एम् टी |
सचिन धायगुडे |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
लिखाण |
कुमार जावडेकर |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
माझ्या मागे...! |
ऋतुगंध |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
संकल्प ! |
नरेंद्र गोळे |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
धुसर ….. |
साकार |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आठवतो तो समुद्र किनारा |
सनिल पांगे |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
क्रमप्राप्त |
जयन्ता५२ |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मला पुन्हा तुझ्या प्रेमात पडावंस वाटतंय |
अनिरुद्ध१९६९ |
१८ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तुझी मैत्री |
मनिमाऊ |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मूल म्हणतं |
पुलस्ति |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
शनी |
कट्यारे |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मरणाचा अर्थ |
पुलस्ति |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
अश्रूंचे मुखवटे |
साकार |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
लग्न |
स्मरण |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
८७. वेदमंत्राहून आम्हा वंद्य वंदे मातरम् |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
८६. वद जाऊ कुणाला शरण करी जो हरण संकटाचे । |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
८५. वाटेवर काटे वेचीत चाललो |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
८४. फिरत्या चाकावरती देसी मातीला आकार |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
८३. विसरु नको श्रीरामा मला |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
८२. नाही खर्चली कवडी दमडी, नाही वेचला दाम |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
८१. वारा गाई गाणे, प्रीतीचे तराणे |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
८०. वादल वारं सुटल गं, वार्यानं तुफान उठलं गं |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
७९. वाट इथे स्वप्नातील संपली जणू |
मिलिंद दिवेकर |
१८ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |