कविता |
स्वयम् |
जयश्री अंबासकर |
१७ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तु असा.... |
शीला७१२ |
१७ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
प्रहर |
शीला७१२ |
१७ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
असेच काहीतरी... |
एस के |
१७ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पाहिलं सहज मागे वळून.. |
अनिरुद्ध१९६९ |
१७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
वादळ |
अनिरुद्ध१९६९ |
१७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कारण् आता मी खुप पुढ़ं गेलो आहे |
मेघाप्रेमी |
१७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मुक्तक आणि गजल |
अजब |
१७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
हेवा........ |
शीला७१२ |
१७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मुखवटे आणि चेहरे |
जयश्री अंबासकर |
१७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तू निघताना.. |
सुप्रियापाटील |
१७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मोसम |
शीला७१२ |
१७ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
भरतं.. |
सुप्रियापाटील |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
फिनिक्स |
पेशवा |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
दिवाळी |
स्वाती दिनेश |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आयुष्य |
अजय१०३ |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
जखम |
मीनु |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सुरकुत्या |
मीनु |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मुखवटा |
मीनु |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
समई |
मीनु |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
हात |
पेशवा |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
स्वार्थ |
आभास |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कृष्णास |
मुक्ता७७ |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
ते....... माझं कोल्हापूर... |
मोरू |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
भास |
शीला७१२ |
१७ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |