चर्चेचा प्रस्ताव |
पाश्चिमात्य संगीत आणि भारतीय संगीत आणि आपली मानसिकता |
ध्येयवेडा |
१२ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
पहिले वहिले प्रेम : अशोक पत्कींनी संगीतबद्ध केलेला नवीन अल्बम |
योगेश पितळे |
१२ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
चर्चेचा प्रस्ताव |
पुन्हा एकदा 'सैंयो माही विछड गया मेरा' |
लतापुष्पा |
१२ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
चर्चेचा प्रस्ताव |
दोन जुळ्या गाण्यांच्या जोड्या |
विनायक |
१२ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
चर्चेचा प्रस्ताव |
मराठी संगीत आता तुमच्या ब्लॉग/ संकेतस्थळावर आणि सोबत् उत्पन्नही! |
योगेश पितळे |
१३ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
क्षणभंगूर |
रोहिणी |
१३ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
शबद गुरबानी |
अरुंधती कुलकर्णी |
१३ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
अगा जे घडलेचि नाही |
सन्जोप राव |
१३ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
जीवन के सफर में राही |
विनायक |
१३ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
मास्तर (तीन) |
संजय क्षीरसागर |
१३ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
मास्तर (दोन) |
संजय क्षीरसागर |
१३ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
मास्तर (एक) |
संजय क्षीरसागर |
१३ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
कलर्स थीम हवी आहे. |
क्षणाचा सोबती |
१३ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
बाहुल्यांच्या विश्वात : बाहुलीनाट्यकार सुषमा दातार यांच्याशी संवाद |
अरुंधती कुलकर्णी |
१३ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
चित्रपट परीक्षण: रामायण -द एपिक ! पैसा वसुल !! |
आशुतोश |
१३ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
वातापिगणपतिं भजेऽहम् ॥ |
चैतन्य दीक्षित |
१३ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
झी मराठी सारेगमप लिटिल चँप्स : चांगले गायक नकोच आहेत का? |
निरोप्या |
१३ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
यमन... |
चैतन्य दीक्षित |
१३ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
४. तबला (आणि शास्त्रीय वाद्यसंगीत) |
हरिभक्त |
१३ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
३. तबला (नृत्याची साथ) |
हरिभक्त |
१३ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
२. तबला (पुढे चालू... ) |
हरिभक्त |
१३ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
१. तबला |
हरिभक्त |
१३ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
चर्चेचा प्रस्ताव |
गाण्यांतील अनावर आणि अनिवार वाद्यसंगीत! |
मेघना नरवणे |
१३ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
२१. संगीत |
संजय क्षीरसागर |
१३ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
गद्य साहित्य |
ते लोक होते वेगळे, घाईत जे गेले पुढे..! |
तात्या अभ्यंकर |
१३ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |