कविता |
या खाण्यावर प्रेम करावे |
कमलाकर दिवाकर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
लिहिण्यास आज आम्हा आली नवी खुमारी! |
केशवसुमार |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
जगण्यास का फुकाची येते अशी खुमारी? |
खोडसाळ |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
बायकोस.... |
श्रीयुत पन्त |
११ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
( फार झाले) |
केशवसुमार |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
भोगले सर्वस्व शेवट वृद्ध झाला |
केशवसुमार |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
उरला न कविता |
केशवसुमार |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(व्यर्थ आहे ठेवणे) |
केशवसुमार |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कधी माझ्यासवे...... |
रुपेशब |
११ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
चूक होती |
खोडसाळ |
११ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
इंडियन आयडॉल... |
मुकुंद भालेराव |
१२ वर्षे १ आठवड्यापूर्वी |
कविता |
बघ तुला काही सुचतंय का? |
प्रसाद पासे |
१२ वर्षे १ महिन्यापूर्वी |
कविता |
सोवळा नेता |
अनंत खोंडे |
१२ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
"नेते आले भेटीला" |
अनंत खोंडे |
१२ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
बाई माझी, ही तंगडी मोडली |
विदेश |
१२ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तोच थंडगार भात |
विदेश |
१२ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
अंगणात ही स्कुटी अशीच राहु दे - |
विदेश |
१२ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मराठी मातीवर |
रत्नाकर अनिल |
१२ वर्षे ६ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
रगडा पॅटिस पाणीपुरीवर फरसाणही दिसले - |
विदेश |
१२ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तळतेस भजी तू जेव्हां - |
विदेश |
१२ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मला जाऊ द्या ना घरी.... |
गंगाधरसुत |
१२ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
लाचखोर लोकांनी - |
विदेश |
१२ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
जा मुला जा, तिच्या घरी तू सुखी रहा... |
विदेश |
१२ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
संथ पाडते गझला बाई .... |
विदेश |
१२ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
विडंबन-रामदेव बाबा हो रामदेव बाबा... |
पराग दिवेकर |
१२ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |