कविता |
अधुरी प्रीतकहाणी. |
रुचीता |
१९ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सर्व मनोगतींना साभार अर्पण |
मेघदूत |
१९ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सुचत नाही |
मिलिंद फणसे |
१९ वर्षे २ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
भावनांच्या गारगोट्या |
माफीचा साक्षीदार |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
अलगूज |
सुमति वानखेडे |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(फ़िर्याद) |
माफीचा साक्षीदार |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
विदूषक |
ग्रामिण मुम्बईकर |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मुखवट्यांवर मुखवटे घालून सारे |
चित्त |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
काळजाला एवढे नादावणारे |
कापूसकोंड्या |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
झाड |
वैभव जोशी |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पाऊस कळण्यासाठी |
अ-मोल |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
फसवून कुठे परमात्मा गेला होता |
माफीचा साक्षीदार |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
फसवून कुठेसा वसंत गेला होता |
नीलहंस |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
जीवन असे जगावे.. |
चेतन साळुंखे |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
रहाटगाडगे |
pkarandikar50 |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
एक विचार |
कवी अशान्त |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
जाण |
सारंग |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
(स्थलांतर) |
माफीचा साक्षीदार |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
विडंबन |
कुल्फी |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
षड्ज |
कुल्फी |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
शाळेत असतान मीही एकदा पडलो होतो प्रेमात |
सुलक्षणा |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
गुरुजी |
कुल्फी |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पतंग माझियाकडे पहात हळहळायचे |
माफीचा साक्षीदार |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
शाश्वत |
निनावी |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
वसंत माझियाकडे पहात हळहळायचे |
चित्त |
१९ वर्षे ३ महिन्यांपूर्वी |