कविता |
तिच्यामाझ्यात |
ग्रामिण मुम्बईकर |
१४ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
फक्त तू |
सरिता जाधव |
१४ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
अपूर्ण.. |
आरव्या |
१४ वर्षे ७ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
दुर्दृष्टि दूऽर |
टवाळ |
१४ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
बकुळ भिंगर्या |
अनुबंध |
१४ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मलाच कळत नाही, मी असे का वागतो आहे? |
सचिन पठाडे |
१४ वर्षे ८ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आस्वांनी भिजलेल्या ... |
नितिन उचिबगले |
१४ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मी |
दत्तात्रेय बैरागी |
१४ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मागणी |
चक्रपाणि |
१४ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
आठवण |
अलोक जोशी |
१४ वर्षे ९ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
कधी वाटतं... |
सविता दिवेकर |
१४ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
शाश्वत |
ग्रामिण मुम्बईकर |
१४ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
स्वप्न तू की सत्य तू गं, सांग कोण खरी तू |
टवाळ |
१४ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
पाहिले तुज मी नि तूही पाहिलेस असे मला |
टवाळ |
१४ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता |
मी मैत्रीण आणि प्लॅटफॉर्म |
ग्रामिण मुम्बईकर |
१४ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
ह्या कुंतलांच्या रेशमी तिमिरास ना भ्यावेस तू |
टवाळ |
१४ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
माझं मन |
प्रसन्न मेघा |
१४ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
तुझा स्पर्श |
सोनलि_रजदे |
१४ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
हृद्गत माझे ऐका जनहो |
टवाळ |
१४ वर्षे ११ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
रास |
वृषस्कंध |
१४ वर्षे १२ महिन्यांपूर्वी |
कविता |
सखये माझ्या - ऐक जरा की |
टवाळ |
१५ वर्षे ६ दिवसांपूर्वी |
कविता |
अव्यक्त भावना |
मोगरा फ़ुलला |
१५ वर्षे १ आठवड्यापूर्वी |
कविता |
ठुमकत ना चालावे - असे हे जग वैरी |
टवाळ |
१५ वर्षे २ आठवड्यांपूर्वी |
कविता |
दृष्टिने गणले तुझ्या रे, प्रीतिच्या जोगे मला |
टवाळ |
१५ वर्षे १ महिन्यापूर्वी |
कविता |
घरकुल. |
भानस |
१५ वर्षे १ महिन्यापूर्वी |