चंचला नार, अति हळुवार |
वैशाली प |
११ वर्षे ४ महिन्यांपूर्वी |
गगनात वीज लकलकते, अन् तुझी आठवण येते! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
केविलवाणी |
सन्मित्र सेन |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
परी |
राजेंद्र देवी |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
कधी जिंदगी फाटली, कोण जाणे! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
दिसत नाही तरी आहे तुझ्यामाझ्यामधे धागा! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
वागाया अवखळ होता, तोंडाचा फटकळ होता! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
खपली |
जयन्ता५२ |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
खपली |
जयन्ता५२ |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
"नेते जाणिले कुणी" |
अनंत खोंडे |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
म्हणेल ती, वागतो तसा मी! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
स्मशानयात्रा (कविता) |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
आरशाने पाहिला तो भास होता! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
इंद्रायणी तीरी..... |
शशांक पुरंदरे |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
स्थलांतर...(कविता) |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
पुन्हा स्मशानी घडायचे ते घडून गेले! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
तु कसा आहेस? |
राजेंद्र देवी |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
एरव्ही जगासवे, मी भलेच बोलतो! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
प्रेम... |
राजेंद्र देवी |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
चोरी गुन्हे |
जयन्ता५२ |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
चालण्याची हौस होती, चालणे नशिबात आले! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
वाट पाहतो |
राजेंद्र देवी |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
हवा भोवताली गुलाबी गुलाबी! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
मी तुझ्यावर प्रेम केले! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |
काय मी बनणार आहे शेवटी? |
मानस६ |
११ वर्षे ५ महिन्यांपूर्वी |