होवू दे आघात |
विक्रांतप्रभाकर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
अबोलाही तिचा बोलून गेला! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
तुम्ही आलात की... |
सावित्री |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
सांग काळीज का कोणते कापले? |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
मधाळ चोखनी |
उद्धव कराड |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
शब्दबेवडा |
गंगाधर मुटे |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
स्वामी स्वरुपानंदानी.. |
विक्रांतप्रभाकर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
श्रावणसरी... |
वैशाली प |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
कविता : मुक्तक |
हर्षल खगोल |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
उधारी |
जयन्ता५२ |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
श्रावणमास |
राजेंद्र देवी |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
झाला वेडा पिसा ..... |
विजया केळकर= |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
वादळाला विचारून आलो! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
मोकळ्या हवेमधे फिरू! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
पेहराव |
महेश |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
मुखवटे... |
दीपकशांपवार |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
वितभर पोटासाठी |
वैशाली प |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
शनी (कविता) |
उद्धव कराड |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
अमीर लोक पिती मद्य तरतरीसाठी! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
गुड-बाय |
विक्रांतप्रभाकर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
वध |
विक्रांतप्रभाकर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
होतील त्यांचीही फुलें.... |
वैशाली प |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
निसर्ग छटा |
विजया केळकर= |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
जमेल तितका जुलूम जो तो करून गेला! |
प्रोफ़ेसर |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |
चुरगाळल्या शब्दात कविता शोधतो |
मिलिंद फणसे |
११ वर्षे १० महिन्यांपूर्वी |